कृषि दर्शन। खेत में अत्यधिक मात्रा में खरपतवार उग आने पर फसल को अत्यधिक नुकसान होता है।समय रहते निदाई न करने पर किसानों को भारी नुक़सान उठाना पड़ता है,अधिकतर खरीब के मौसम में समय पर मजदूर न मिलने से किसान चिंतित रहते हैं।
खरपतवार से फसल नुकसान
खरपतवार (kharpatwar) फसलों के बीच में स्थित भूमि की उर्वरा शक्ति को कमजोर करती है, मिट्टी में पाये जाने वाले पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है जिससे फसल की बढ़वार एवं विकास नहीं हो पाती।
एक स्प्रेयर अर्थात 15 लीटर पानी में 25ml ही टकीला का घोल तैयार कर छिड़काव करना चाहिए टकीला का प्रभाव खरपतवार पर तुरंत दिखाई नहीं देता है परंतु चार से 5 दिन पश्चात धीरे धीरे घास एवं खरपतवार पीले पढ़ते हुए दिखाई देते हैं और अंत में खरपतवार नष्ट हो जाती है।
खरपतवार के प्रकार
1. चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार
चौड़ी पत्ती वाले निंदा जंगली चौलाई,गाजर घास,पुनर्नवा तथा और भी अनेकों घांस।2. संकरी पत्ती वाले खरपतवार
सावा,दूब घास,गिनिया,मकड़ा घास।3. नरकट किस्म की घास
नागरमोथा, लंबी पत्ती वाले खरपतवार।खरपतवार से फसल नुकसान
खरपतवार (kharpatwar) फसलों के बीच में स्थित भूमि की उर्वरा शक्ति को कमजोर करती है, मिट्टी में पाये जाने वाले पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है जिससे फसल की बढ़वार एवं विकास नहीं हो पाती।
खरपतवार कम करने के उपाय
खरीब फसल कटाई पश्चात गर्मी के मौसम में खेत की सुखा जोताई कर लेनी चाहिए जैसे ही एक या दो बार हल्की बारिश होने पर खरपतवार के बीज एवं जड़ से खरपतवार उग आएंगे तभी एक बार फिर जोताई कर लें।गर्मी में खरपतवार जमीन के उपरी सतह पर आकर नष्ट हो जायेगी।खरपतवार नाशक दवा nida nashak
खरपतवार नाशक राजस्थानी दवाओं की यदि बात करें तो सबसे टॉप केटेगरी में टकीला (takila) निंदा नाशक (nida nashak) किसानों के लिए कारगर साबित हुई है क्योंकि यह निंदा नाशक धान की फसल में उपयोग किया जाने वाला उत्तम दवाई है। टकीला (takila) निंदा नाशक धान की फसलों को तनिक भी साइड इफेक्ट नहीं पहुंचाता और न हि धान की पौधा पीला पड़ता है केवल खरपतवार ही इसमें नष्ट होते हैं टकीला निंदा नाशक (nida nashak)के उपयोग से सभी प्रकार के खरपतवार नष्ट होते हैं जैसे की जोड़ी पत्ती वाले खरपतवार सकरी पत्ती वाले खरपतवार।टकीला का उपयोग एवं छिड़काव।
टकीला निंदा नाशक का छिड़काव स्प्रेयर के माध्यम से किया जाता है जब खड़ी फसल एक से डेढ़ सप्ताह की हो और खेत में पानी ना हो तब टकीला निंदा नाशक का छिड़काव करना चाहिए।एक स्प्रेयर अर्थात 15 लीटर पानी में 25ml ही टकीला का घोल तैयार कर छिड़काव करना चाहिए टकीला का प्रभाव खरपतवार पर तुरंत दिखाई नहीं देता है परंतु चार से 5 दिन पश्चात धीरे धीरे घास एवं खरपतवार पीले पढ़ते हुए दिखाई देते हैं और अंत में खरपतवार नष्ट हो जाती है।
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