मैनपुर। अत्यधिक मूसलाधार बारिश होने से धान की खड़ी फसल बर्बाद होने की कगार पर आ खड़ी है। मैनपुर क्षेत्र के आसपास गांव में अक्सर अत्यधिक बारिश होने से खड़ी फसल नुकसान होना आम बात हो गई है क्योंकि अधिकांश राजस्व भू-भाग वनांचल पहाड़ी क्षेत्र से घिरा हुआ है और इन्हीं पहाड़ी में मूसलाधार बारिश होती है और पहाड़ी का बाढ़ खेत खलियान से होते हुए नदी में समाहित होती हैं।
किसान आखिर करे तो क्या करें यदि कम वर्षा हुआ तो पर भी किसान को नुकसान झेलनी पड़ती है और अत्यधिक बारिश होने पर भी किसान का फसल बर्बाद होने से बचाया नहीं जा सकता। जैसा कि आप बाढ़ की स्थिति इमेज फुटेज पर आप देख सकते हैं।
किसानों द्वारा उन पहाड़ी किनारे जहां से पहाड़ी की बाढ़ पीपानी खेतों तक आती है वहां पर स्टॉप डेम की मांग लगातार की जाती रही है परंतु स्टॉप डेम का निर्माण ना होने के कारण पहाड़ी ऊपर से बाढ़ का पानी तीव्र वेग से खेतों-खलिहानों को नुकसान पहुंचाती है। यदि पहाड़ी किनारे स्टॉप डेम अथवा पहाड़ी ऊपर डायवर्सन का निर्माण किया गया होता तो किसानों को नुकसान कम झेलनी पड़ती।
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